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जन्म कुंडली में चंद्रमा लग्न में, द्वितीय में,तृतीय मेंचतुर्थ में,पंचम में,नवम
जन्म कुंडली में चंद्रमा लग्न में, द्वितीय में,तृतीय मेंचतुर्थ में,पंचम में,नवम में,दशम में और एकादश भाव में इन किसी भी भाव में बैठा हो।...
Pawan Dubey
Apr 16, 20231 min read
शनि गोचर कितने दिन में अपना प्रभाव दिखाना आरंभ करता है।
शनि गोचर कितने दिन में अपना प्रभाव दिखाना आरंभ करता है। शास्त्र तो यह कहता है,कि शनि देव जब राशि छोड़ने वाले होते हैं। चंद्रमा और शनि दो...
Pawan Dubey
Apr 16, 20231 min read
क्या हर उम्र के जीवन में आई हुई ढैया का फल एक जैसा ही रहेगा।
क्या हर उम्र के जीवन में आई हुई ढैया का फल एक जैसा ही रहेगा। जैसा,कि 25 साल का, 50 साल का या 70 साल का जो जातक है सबके लिए एक एक जैसा ही...
Pawan Dubey
Apr 16, 20231 min read
कहां जाता है,कि कर्म में बहुत ताकत है। मृत्यु निश्चित है।
कहां जाता है,कि कर्म में बहुत ताकत है। मृत्यु निश्चित है। क्या आपने अच्छे कर्म से मृत्यु को सरल बनाया जा सकता है? भले ही चतुर्थ भाव में...
Pawan Dubey
Apr 16, 20231 min read
जन्म कुंडली में बुध और कारक हों,तो गोचर का प्रभाव किस तरह
जन्म कुंडली में बुध और कारक हों,तो गोचर का प्रभाव किस तरह से देखना चाहिए। गोचर के प्रभाव में कारक और अकारक से गोचर में कोई बहुत प्रभाव...
Pawan Dubey
Apr 16, 20231 min read
नित्य पूजा में दो दीपक प्रज्वलित करना चाहिए। एक जलाकर के पूजा करें।
नित्य पूजा में दो दीपक प्रज्वलित करना चाहिए। एक जलाकर के पूजा करें। इसे हिलाना नहीं चाहिए। फिर दूसरे दीपक से आरती करें। बिल्कुल यह सत्य...
Pawan Dubey
Apr 16, 20231 min read
मंत्रों का जप करने के लिए अपने नाम से कणिका कैसे मिलाते हैं?
मंत्रों का जप करने के लिए अपने नाम से कणिका कैसे मिलाते हैं? देखिए सबसे पहले तो,जो सिद्ध और प्रसिद्ध मंत्र है। उनसे अपने नाम की कणिका...
Pawan Dubey
Apr 16, 20231 min read
जन्म कुंडली में बुध जिस भाव में बैठे हैं। उस भाव से
जन्म कुंडली में बुध जिस भाव में बैठे हैं। उस भाव से पांच घर आगे गिनीए,और देखिए उस भाव का स्वामी यदि जन्म कुंडली में केंद्र अथवा त्रिकोण...
Pawan Dubey
Apr 16, 20231 min read
यदि आप ऐसे जातक की कुंडली का अध्ययन कर रहे हो,जिसमें
यदि आप ऐसे जातक की कुंडली का अध्ययन कर रहे हो,जिसमें शनि देव, सिंह राशि में बैठे हुए हो, और 5 अंश से लेकर 13 अंश के बीच में हो। साथ ही...
Pawan Dubey
Apr 16, 20231 min read
जिसकी जन्म कुंडली के पंचम भाव में चंद्रमा हो, ऐसा जातक यदि किसी गुरु
जिसकी जन्म कुंडली के पंचम भाव में चंद्रमा हो, ऐसा जातक यदि किसी गुरु के देखरेख में, किसी जानकार से आज्ञा प्राप्त करके, सीखकर यदि यक्षिणी...
Pawan Dubey
Apr 16, 20231 min read
क्रॉस का चिन्ह सामुद्रिक शास्त्र में इसका बड़ा ही महत्व म
क्रॉस का चिन्ह सामुद्रिक शास्त्र में इसका बड़ा ही महत्व माना गया है।अगर यह चिन्ह मध्यमा उंगली के नीचे शनि पर्वत पर बना हो, और साथ ही साथ...
Pawan Dubey
Apr 16, 20231 min read
राहु की अधी देवता दुर्गा जी, आपकी जन्मकुंडली में राहु किसी भी तरह से
राहु की अधी देवता दुर्गा जी, आपकी जन्मकुंडली में राहु किसी भी तरह से आपको पीड़ित कर रहे हों,चाहे उनकी दशा हो चाहे, वह नीच राशि में हों।...
Pawan Dubey
Apr 16, 20231 min read
जन्म कुंडली में द्वितीय भाव,चतुर्थ, पंचम,नवम,दशम और एकादश भाव देव गुरु
जन्म कुंडली में द्वितीय भाव,चतुर्थ, पंचम,नवम,दशम और एकादश भाव देव गुरु बृहस्पति विशेष धन प्रदायक होते हैं। यही देव गुरु बृहस्पति लग्न...
Pawan Dubey
Apr 16, 20231 min read
जन्म कुंडली अध्ययन करते समय, जातक के आने वाले जन्म का भी
जन्म कुंडली अध्ययन करते समय, जातक के आने वाले जन्म का भी ख्याल अवश्य रखना चाहिए। यदि जन्म कुंडली के अष्टम भाव में, राहु दिखाई पड़े। तो यह...
Pawan Dubey
Apr 16, 20231 min read
जन्मकुंडली के 6,8,12 अर्थात् त्रिक भाव के स्वामी लग्न में हो
जन्मकुंडली के 6,8,12 अर्थात् त्रिक भाव के स्वामी लग्न में हो और नवमांश में वह नीच के हों, तो ऐसा जातक आजीवन अपने देह का सुख प्राप्त नहीं...
Pawan Dubey
Apr 16, 20231 min read
जन्म कुंडली में धन भाव अर्थात् द्वितीय भाव का स्वामी, यदि लग्न
जन्म कुंडली में धन भाव अर्थात् द्वितीय भाव का स्वामी, यदि लग्न में या पंचम अथवा दशम भाव में हो,अथवा जन्म कुंडली में शुक्र सप्तम में...
Pawan Dubey
Apr 16, 20231 min read
स्वप्न में चंद्रमा और सूर्य दोनों एक साथ आकाश में दिखे।
स्वप्न में चंद्रमा और सूर्य दोनों एक साथ आकाश में दिखे। तो इसका क्या परिणाम होता है। देखा जाए तो सामान्यत: यह होता है, पूर्णिमा के आस-...
Pawan Dubey
Apr 16, 20231 min read
यदि आपका मेष लग्न, मिथुन लग्न, सिंह लग्न, तुला लग्न, धनु लग्न अथवा कुम्भ लग्न मे
यदि आपका मेष लग्न, मिथुन लग्न, सिंह लग्न, तुला लग्न, धनु लग्न अथवा कुम्भ लग्न में हुआ है,तो यह सूत्र आपके लिए ,आपकी जन्म कुंडली में शनि...
Pawan Dubey
Apr 16, 20231 min read
नवमांश में शुक्र बलवान हो, साथ ही जन्मांक में शुक्र,
नवमांश में शुक्र बलवान हो, साथ ही जन्मांक में शुक्र,देव गुरु बृहस्पति के नक्षत्र अर्थात् पुनर्वसु, विशाखा या पूर्वाभाद्रपद में हों, और...
Pawan Dubey
Apr 16, 20231 min read
जन्म कुंडली के दूसरे भाव में देव गुरु बृहस्पति,शनि के साथ युति
जन्म कुंडली के दूसरे भाव में देव गुरु बृहस्पति,शनि के साथ युति बना कर बैठे हों, तो ऐसा जातक विद्वान,धनवान और तो और ऐसा जातक यदि कम पढ़ा...
Pawan Dubey
Apr 16, 20231 min read
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