जन्म कुंडली के दूसरे भाव में देव गुरु बृहस्पति,शनि के साथ युति
- Pawan Dubey
- Apr 16, 2023
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जन्म कुंडली के दूसरे भाव में देव गुरु बृहस्पति,शनि के साथ युति बना कर बैठे हों, तो ऐसा जातक विद्वान,धनवान और तो और ऐसा जातक यदि कम पढ़ा लिखा भी हो, यानी विद्या हीन भी हो, तब भी उसके उसके भाग्य का जो सूर्य है,वह चमकता ही रहता है। गुरु और शनि की युति के प्रभाव से वह समाज में यश,मान,पद- प्रतिष्ठा हासिल कर ही लेता है। यह अलग बात है,कि वह ज्ञानी ना भी हो,तब भी इतना धनवान और भाग्यवान होगा कि उसके सामने लोग अदब से ही पेश आएंगे।

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