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जन्म कुंडली में पूर्णिमा के आस-पास का उच्च का चंद्रमा
जन्म कुंडली में पूर्णिमा के आस-पास का उच्च का चंद्रमा हो, सूर्य मेष राशि में 10 अंश के परमोच्च हों, शुक्र बलवान होकर बारहवें भाव में बैठे...
Pawan Dubey
Mar 27, 20231 min read
लग्न में कोई पाप ग्रह ना हो और ना ही लग्न पर
लग्न में कोई पाप ग्रह ना हो और ना ही लग्न पर पाप ग्रह की दृष्टि हो। और चंद्रमा केमद्रुम आदि दोष से ग्रसित ना हो। और ऐसे चंद्रमा पर यदि...
Pawan Dubey
Mar 27, 20231 min read
कर्क लग्न की कुंडली में यदि शनि सप्तम या
कर्क लग्न की कुंडली में यदि शनि सप्तम या अष्टम भाव में बैठे हो,तो सप्तम में होने के कारण शश महापुरुष योग बना इस योग के प्रभाव से जातक को...
Pawan Dubey
Mar 27, 20231 min read
जन्म कुंडली कन्या या या तुला लग्न की हो और
जन्म कुंडली कन्या या तुला लग्न की हो,और लाभ भाव में बुध और मंगल की युति हो,तो यह कमला योग है। इस योग के जातक के ऊपर मां लक्ष्मी की विशेष...
Pawan Dubey
Mar 27, 20231 min read
जन्मकुंडली में सूर्य और शुक्र की युति
जन्मकुंडली में सूर्य और शुक्र की युति यदि सप्तम भाव में हो और ऐसी अवस्था में अर्थात् शुक्र और सूर्य की युति पर,किसी पाप ग्रह की दृष्टि...
Pawan Dubey
Mar 27, 20231 min read
नवमांश में यदि गुरु स्वराशि के हो, तो ऐसा
नवमांश में यदि गुरु स्वराशि के हो, तो ऐसा जातक जन्मजात एक विलक्षण प्रतिभा से सु-संपन्न होता है। ऐसा जातक कोई भी कार्य करता है,तो वर्तमान...
Pawan Dubey
Mar 27, 20231 min read
जन्म कुंडली के लग्न भाव में,धन भाव में अथवा एकादश भाव में
जन्म कुंडली के लग्न भाव में,धन भाव में अथवा एकादश भाव में बलवान शुभ ग्रह हो अर्थात् वह ना ही किसी पाप ग्रह से दृष्ट हो और ना ही किसी पाप...
Pawan Dubey
Mar 27, 20231 min read
जन्म कुंडली का चतुर्थ भाव अर्थात् सुख
जन्म कुंडली का चतुर्थ भाव अर्थात् सुख भाव यदि जन्म कुंडली के चतुर्थ भाव में बुध,गुरु या शुक्र में से कोई एक ग्रह बली अवस्था में अकेले...
Pawan Dubey
Mar 27, 20231 min read
जन्म कुंडली में धन भाव का स्वामी अष्टम में हो
जन्म कुंडली में धन भाव का स्वामी अष्टम में हो,अथवा धनेश और लाभेश अर्थात् द्वितीय भाव के स्वामी और एकादश भाव के स्वामी चतुर्थ भाव में युति...
Pawan Dubey
Mar 27, 20231 min read
जन्म कुंडली में लग्नेश बलवान अवस्था में लग्न में,
जन्म कुंडली में लग्नेश बलवान अवस्था में लग्न में, नवम में अथवा पंचम भाव में हो,और ऐसी स्थिति में अपने मित्र ग्रहों से दृष्ट हो,तो ऐसा...
Pawan Dubey
Mar 27, 20231 min read
जन्म कुंडली में लग्न पर बलवान दशमेश की दृष्टि हो,
जन्म कुंडली में लग्न पर बलवान दशमेश की दृष्टि हो,तो ऐसी कुंडली किसी कमजोर या असफल व्यक्ति की नहीं हो सकती हैं। ऐसी कुंडली है,तो जातक...
Pawan Dubey
Mar 27, 20231 min read
जन्म कुंडली अध्ययन करते समय जिस ग्रह पर सबसे
जन्म कुंडली अध्ययन करते समय जिस ग्रह पर सबसे पहले आपकी नजर पढ़नी चाहिए। वह ग्रह चंद्रमा है। यदि आप किसी जन्म कुंडली का अध्ययन कर रहे हैं।...
Pawan Dubey
Mar 27, 20231 min read
जन्म कुंडली में लग्नेश,सूर्य और चंद्रमा यदि स्वराशि
जन्म कुंडली में लग्नेश,सूर्य और चंद्रमा यदि स्वराशि अथवा उच्च राशि का होकर केंद्र अथवा त्रिकोण में हो, तो यह श्रीकंठ योग है। इस योग को...
Pawan Dubey
Mar 27, 20231 min read
जन्म कुंडली में छठे भाव का स्वामी यदि अष्टम भाव में हो
जन्म कुंडली में छठे भाव का स्वामी यदि अष्टम भाव में हो और साथ ही कोई पाप ग्रह भी अष्टम भाव में बैठा हुआ हो,तो ऐसे जातक को उसके जीवन काल...
Pawan Dubey
Mar 27, 20231 min read
जन्म कुंडली में दशम भाव का स्वामी
जन्म कुंडली में दशम भाव का स्वामी धन भाव या लाभ भाव में बैठा हो,तो ऐसे जातक को व्यापार अवश्य करना चाहिए। या कोई ऐसा कार्य अवश्य ही अपने...
Pawan Dubey
Mar 27, 20231 min read
जन्म कुंडली में किसी भाव में बैठे ग्रह की अपेक्षा
जन्म कुंडली में किसी भाव में बैठे ग्रह की अपेक्षा उस भाव पर दृष्टि डालने वाले ग्रह का प्रभाव अधिक होता है। अब यदि मान लीजिए कि जन्म...
Pawan Dubey
Mar 27, 20231 min read
जन्म कुंडली में सप्तम भाव का स्वामी यदि
जन्म कुंडली में सप्तम भाव का स्वामी यदि छठे या बारहवें हो और पाप ग्रह से दृष्ट हो, तो ऐसे जातक का दांपत्य सुख बाधित समझना चाहिए। ऐसी...
Pawan Dubey
Mar 27, 20231 min read
जन्म कुंडली में सभी ग्रहों में सूर्य सबसे ज्यादा नैसर्गिक बली ग्रह है
जन्म कुंडली में सभी ग्रहों में सूर्य सबसे ज्यादा नैसर्गिक बली ग्रह है। यदि कुंडली में लग्न के साथ-साथ बाकी के 3 या इससे अधिक वर्गों में...
Pawan Dubey
Mar 27, 20231 min read
राहु की महादशा में चिड़चिड़ापन, उलझन, मानसिक अशांति यदि
राहु की महादशा में चिड़चिड़ापन, उलझन, मानसिक अशांति यदि अधिक हो रही हो, विशेषकर के बच्चे की कुंडली में राहु की महादशा के कारण शिक्षा पूरी...
Pawan Dubey
Mar 27, 20231 min read
नवमांश में यदि कोई ग्रह स्वराशि का होकर बैठा हो
नवमांश में यदि कोई ग्रह स्वराशि का होकर बैठा हो,तो ऐसा ग्रह जागृत अवस्था का माना गया है। ऐसा ग्रह विशेष बलवान होता है। ऐसा अगर एक भी ग्रह...
Pawan Dubey
Mar 27, 20231 min read
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