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जन्म कुंडली का चतुर्थ भाव अर्थात् सुख

  • Pawan Dubey
  • Mar 27, 2023
  • 1 min read

जन्म कुंडली का चतुर्थ भाव अर्थात् सुख भाव यदि जन्म कुंडली के चतुर्थ भाव में बुध,गुरु या शुक्र में से कोई एक ग्रह बली अवस्था में अकेले बैठा हो, अथवा जन्म कुंडली के चतुर्थ भाव को लग्न के स्वामी या विशेषकर दशम भाव के स्वामी देख रहे हो, उनकी दृष्टि पड़ रही हो चतुर्थ भाव पर अथवा जन्म कुंडली के चतुर्थ भाव में बुध और शुक्र युति में बैठे हो,और देव गुरु बृहस्पति लग्न में हो इनमें से कोई एक भी योग किसी भी व्यक्ति की जन्म कुंडली में या आपकी जन्मकुंडली में घटित हो रही है। तो समझ लीजिए एक भी योग जीवन में अपार सुख प्रदान करने वाला है।

 
 
 

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