top of page

स्वयं की ही नजर लगती हो।तो उसके निवारण क्या उपाय बताएं

  • Pawan Dubey
  • May 2, 2023
  • 1 min read

स्वयं की ही नजर लगती हो।तो उसके निवारण क्या उपाय बताएं? वैसे नजर तो स्वयं की ही लगती है। सर्वश्रेष्ठ दूसरा कोई उपाय नहीं। हनुमान चालीसा से बेहतर कोई उपाय नहीं। जब व्यक्ति भीतर से कमजोर हो, तभी उसे नजर लगती है। बच्चे कोई स्त्री को प्रायः नजर लगती है। या जो कमजोर हो, उन्हें नजर लगती है। हनुमान चालीसा का पाठ इससे श्रेष्ठतम कोई उपाय नहीं है। सो नित्य हनुमान चालीसा का पाठ करते रहा जाए। अपने इष्ट की साधना करते रह जाए। तो नजर दोष से बचा जा सकता है।

 
 
 

Recent Posts

See All
जन्म कुंडली में शनि या राहु, कुंडली के तीसरे अथवा छठे स्थान पर हों,तो ऐसे जातक

जन्म कुंडली में शनि या राहु, कुंडली के तीसरे अथवा छठे स्थान पर हों,तो ऐसे जातक को भविष्य में घटने वाली घटनाओं का पूर्वाभास होने लगता है।...

 
 
 
जन्म कुंडली में केंद्र और त्रिकोण में पाप ग्रह ना हों, लग्नेश और देवगुरु बृहस्पति केंद्र में स्थित

जन्म कुंडली में केंद्र और त्रिकोण में पाप ग्रह ना हों, लग्नेश और देवगुरु बृहस्पति केंद्र में स्थित हों, जरूरी नहीं है, कि युति में...

 
 
 
जन्म कुंडली में द्वितीय भाव का स्वामी बलवान हो, शुभ ग्रह से युत, अपनी स्वराशि या उच्च

जन्म कुंडली में द्वितीय भाव का स्वामी बलवान हो, शुभ ग्रह से युत, अपनी स्वराशि या उच्च राशि में हो, साथ ही साथ जन्म कुंडली में देवगुरु...

 
 
 

Comments


bottom of page