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स्थिर लग्न की कुंडली हो अर्थात् वृषभ, सिंह, वृश्चिक अथवा कुंभ और

  • Pawan Dubey
  • Mar 22, 2023
  • 1 min read

स्थिर लग्न की कुंडली हो अर्थात् वृषभ, सिंह, वृश्चिक अथवा कुंभ और ऐसे लग्न पर छठे भाव के स्वामी की दृष्टि हो,तो ऐसा जातक भी जीवन काल में विशेष उन्नति करता है। यह अलग बात है, कि जीवन पर्यंत उसके जीवन में सदैव संघर्ष बना रहता है। लेकिन उसकी उम्र लंबी होती है। और संघर्ष करने के कारण ही वह कामयाबी हासिल करता ही करता है। विजय श्री से प्राप्त होती ही है।

 
 
 

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