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सप्तम भाव में अकेला शुक्र अगर विशेष कर पुरुष की कुंडली में हैं।

  • Pawan Dubey
  • Sep 25, 2023
  • 1 min read

सप्तम भाव में अकेला शुक्र अगर विशेष कर पुरुष की कुंडली में हैं। वैसे तो दोनों की कुंडली में स्त्री और पुरुष दोनों। परंतु शुक्र पुरुष की कुंडली में कभी भी दांपत्य जीवन को सुखद नहीं रहने देता। चाहे सप्तम भाव में मालव्य नामक महापुरुष योग ही क्यों ना लगा हो। अर्थात् शुक्र स्वगृही क्यों ना हो। सप्तम का शुक्र पुरुष के दांपत्य जीवन को कभी सुखद नहीं होने देता। यह वैसे ही है, जैसे एक स्त्री के घर में, दूसरी स्त्री का आ जाना सौतन बनकर के। ऐसी अवस्था में जातक का दांपत्य जीवन कभी पूर्ण सुखद नहीं हो पता है।

 
 
 

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