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लग्न यदि केवल पाप ग्रह से दृष्ट है। शुभ ग्रह की दृष्टि नहीं है। और लग्नेश मृत है।

  • Pawan Dubey
  • Feb 5, 2023
  • 1 min read

लग्न यदि केवल पाप ग्रह से दृष्ट है। शुभ ग्रह की दृष्टि नहीं है। और लग्नेश मृत है। और जन्म कुंडली के छठे, आठवें या बारहवें भाव में बैठा है। तो इससे कोई प्रयोजन नहीं है, कि आपके सामने बैठा व्यक्ति कितना सजा धजा है। अपने आपको वह राजा दिखाना चाहता है। आप कहिए,कि आपका जीवन संघर्षमय है। और पूरी जिंदगी संघर्ष में ही निकल जाएगी।

 
 
 

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