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लग्न में शनि,षष्ठ भाव में मंगल, और आठवें भाव में राहु हो, तो ऐसे जातक

  • Pawan Dubey
  • Sep 19, 2023
  • 1 min read

लग्न में शनि,षष्ठ भाव में मंगल, और आठवें भाव में राहु हो, तो ऐसे जातक का जीवन बेहद कष्ट में हो जाता है। कारण लग्न गत शनि जातक के जीवन काल में, कहीं भी उसका कोई काम कभी बनने नहीं देंगे। तो वही षष्ठ भाव का मंगल जातक को ऋणी बनाने का काम करेगा। कोर्ट-कचहरी के चक्कर में डालेगा। और अष्टम भाव के राहु 12वे भाव को देखेंगे, साथ ही साथ द्वितीय भाव पर दृष्टि डालकर के जातक को कड़वी वाणी बोलने के लिए बाध्य करेंगे। फलत: ऐसे जातक के समाज में हर तरफ शत्रु होंगे। जातक की सफलता बाधित हो जाएगी। और ऊपर से शनिदेव जब कोई भी कार्य समय पर नहीं होने देंगे। और मंगल की दृष्टि लग्न पर पड़ेगी,तो जातक कहीं ना कहीं अपने जीवन काल में गलत निर्णय लेगा ही लेगा,और और गलत निर्णय लेने के बाद उसे आजीवन परेशान रहना पड़ेगा।

 
 
 

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