प्रश्न है? कि मैं सुबह और शाम 11-11 माला जप करती हूं।पर कभी-कभी
- Pawan Dubey
- Apr 16, 2023
- 1 min read
प्रश्न है? कि मैं सुबह और शाम 11-11 माला जप करती हूं।पर कभी-कभी कुछ माला ज्यादा या कुछ माला कम हो जाती है। कई बार कुछ माला करने के बाद गिनना भूल जाती हूं।और संख्या बिगड़ जाती है। तो यह बार-बार हो जाता है। क्या इससे दोष लगता है? जी हां। इसमें दोष लगता है। क्या प्रमाद में माना जाएगा। जब भूल जाती हैं आप। कभी कम और ज्यादा। इसको न्यू नाधिक दोष कहते हैं। जब भी आप जब करती हैं। जब का जो नियम विधि है। उसी विधि से करें। अगर आज 11 माला का संकल्प लिया तो कल भी 11 माला ही करिए। फिर परसों 11 माला ही। या तो आप उतनी ही मात्रा रखिए,हर समय कर सकें।
कम और ज्यादा ना हो,इसके लिए पहले से ही उसका आंकड़ा कैसे गिनना है। उसकी बहुत सारी व्यवस्थाएं बनाई गई हैं।तो उसी तरह से,आप ऐसा नहीं है।कि किसी दिन कुछ करना किसी दिन भूल जाना। यह प्रमाद है,इसमें दोष लगेगा। न्यू नाधिक दोष लगेगा।

Comments