top of page

प्रश्न है?कि अपरिहार्य कारणों से मैंने तीन बार गर्भपात का विकल्प चुना था।

  • Pawan Dubey
  • Apr 16, 2023
  • 1 min read

प्रश्न है,कि अपरिहार्य कारणों से मैंने तीन बार गर्भपात का विकल्प चुना था। मुझे उसके लिए अपना खेद कैसे चुकाना चाहिए। क्योंकि मैं अपने आप को क्षमा करने में असमर्थ हूं। मैं कैसे क्षमा मांग सकता हूं? देखिए जीव हत्या का दंड तो भोगना ही पड़ेगा। अब यह मैं भी तय नहीं कर सकता, नहीं आपने जो किया था उसके लिए किसी से क्षमा मांग लीजिए, तो वह समाप्त हो जाएगा। जीव हत्या का दंड तो प्रकृति देगी। चाहे अब वह किसी और रूप में दे। बस आपके मन में जो यह गलानी है। यही गलानी आप बार-बार परमात्मा के सम्मुख, देवता,गुरु,ब्राह्मण के सम्मुख रखिए,शायद इससे कुछ लाभ हो,परंतु हां इसका दंड अवश्य मिलेगा।

 
 
 

Recent Posts

See All
जन्म कुंडली में शनि या राहु, कुंडली के तीसरे अथवा छठे स्थान पर हों,तो ऐसे जातक

जन्म कुंडली में शनि या राहु, कुंडली के तीसरे अथवा छठे स्थान पर हों,तो ऐसे जातक को भविष्य में घटने वाली घटनाओं का पूर्वाभास होने लगता है।...

 
 
 
जन्म कुंडली में केंद्र और त्रिकोण में पाप ग्रह ना हों, लग्नेश और देवगुरु बृहस्पति केंद्र में स्थित

जन्म कुंडली में केंद्र और त्रिकोण में पाप ग्रह ना हों, लग्नेश और देवगुरु बृहस्पति केंद्र में स्थित हों, जरूरी नहीं है, कि युति में...

 
 
 
जन्म कुंडली में द्वितीय भाव का स्वामी बलवान हो, शुभ ग्रह से युत, अपनी स्वराशि या उच्च

जन्म कुंडली में द्वितीय भाव का स्वामी बलवान हो, शुभ ग्रह से युत, अपनी स्वराशि या उच्च राशि में हो, साथ ही साथ जन्म कुंडली में देवगुरु...

 
 
 

Comments


bottom of page