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जातक का जन्म पूर्णिमा के आस-पास का हो,अर्थात् चंद्रमा

  • Pawan Dubey
  • Sep 10, 2023
  • 1 min read

जातक का जन्म पूर्णिमा के आस-पास का हो,अर्थात् चंद्रमा बलवान हो, पक्ष बल से और नवमांश में यह चंद्रमा उच्च का हो, या स्व गृही हो, शर्त इतनी है, कि पाप ग्रह से युत या दृष्ट ना हो। साथ ही लग्न के अलावा चौथे, पांचवें,सातवें,नवें या दसवें में से किसी भाव में बैठा हो, तो यह अकेला चंद्रमा ही गजकेसरी योग के समान फल देने वाला बन जाता है।

 
 
 

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