जन्मकुंडली में दूसरे और दसवें भाव के स्वामी यदि युति में हों, और
- Pawan Dubey
- Sep 16, 2024
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जन्मकुंडली में दूसरे और दसवें भाव के स्वामी यदि युति में हों, और लग्न में, दूसरे भाव में, चतुर्थ भाव में, पंचम भाव में,सप्तम भाव में, नवम भाव में, दशम भाव में और एकादश भाव में इनमें से कहीं भी एक साथ बैठे हों,तो समझ लीजिए, जातक पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा है। ऐसा जातक कभी भी धन विहीन हो ही नहीं सकता।
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