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जन्मकुंडली का बारहवां भाव, यदि पाप मध्यत्व में हो,

  • Pawan Dubey
  • Apr 16, 2023
  • 1 min read

जन्मकुंडली का बारहवां भाव, यदि पाप मध्यत्व में हो,और बारहवें भाव में ना तो कोई शुभ ग्रह हो,और ना ही किसी शुभ ग्रह की दृष्टि हो,तो समझ लीजिए ऐसा जातक जीवन पर्यंत संघर्ष करता रहेगा। उसका जी संघर्ष कभी समाप्त नहीं होगा। यूं समझ लीजिए ऐसे जातक के लिए धरती पर ही नर्क वत स्थिति हो जाएगी। उसे नर्क भोगना पड़ेगा। ऐसी परिस्थिति से बचने के लिए ऐसा जातक प्रत्येक माह की पूर्णिमा को भगवान सत्यनारायण की कथा कराएं। अवश्य लाभ होगा।

 
 
 

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