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जन्मकुंडली अध्ययन में इस बात का सदैव ख्याल रखे,कि जातक के पूर्व जन्म

  • Pawan Dubey
  • Mar 22, 2023
  • 1 min read

जन्मकुंडली अध्ययन में इस बात का सदैव ख्याल रखे,कि जातक के पूर्व जन्म के कारण भी वह इस समय में भी कष्ट भोग रहा होता हैं। तो विशेषकर कि वह किस तरह के पाप या श्राप से जूझ रहा है। और इस बात को समझने के लिए जन्म कुंडली के पंचम भाव को, नवम भाव को, शनि और राहु को विशेष रूप से देख लेना चाहिए। यह भाव यदि पीड़ित हो। इन भाव के स्वामी किन भागों में बैठे हैं। यह बता देते हैं कि जातक के पूर्व जन्म के कौन से कृत्य हैं। जिसके चलते वह यह कष्ट देख रहा है। अब यह अलग बात है,कि उसी जन्म कुंडली में यदि बलवान गुरु हैं,तो पूर्व जन्म कृत्य पाप से मुक्ति दिलाने में वह सक्षम है। ऐसे जातक की उसके पंचम भाव के अनुसार इष्ट आराधना की सलाह दीजिए। इससे वह परेशानियों से मुक्त होगा।

 
 
 

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