जन्म कुंडली वृषभ या कुम्भ लग्न की हो,और
- Pawan Dubey
- Apr 16, 2023
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जन्म कुंडली वृषभ या कुम्भ लग्न की हो,और कुंडली में देव गुरु बृहस्पति तृतीय भाव में हो, तो ऐसा जातक श्री विद्या की साधना करें। उसे शीघ्र ही सिद्धि मिलेगी। साथ ही साथ धनसंपदा का तो कहना ही क्या, जो श्री विद्या की साधना करने लगे और उसे सिद्धि मिल जाए उसे धनसंपदा सोचने की आवश्यकता है, ही नहीं। बस इतना जान लीजिए यह इन दो लग्नों में ही घटित होता है। गुरु तृतीय भाव में बैठकर भाग्य भाव को देखते हैं। लाभेश बनकर के उस अवस्था में ऐसा जातक श्री विद्या की किसी सही गुरु से दीक्षित हो करके साधना करें तो उसे शीघ्र ही सिद्धि मिल जाती है।

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