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जन्म कुंडली में शनि की दृष्टि अगर राहु पर हो, तो क्या करें?

  • Pawan Dubey
  • Sep 9, 2023
  • 1 min read

जन्म कुंडली में शनि की दृष्टि अगर राहु पर हो, तो क्या करें? शनि राहु का जब भी दृष्टि संबंध बनता है। एक दुर्योग बनता है, जिसे हम करते हैं, श्रापित योग। अब यह दोनों के दोनों जिस भाव से संबंध बनाएंगे। अर्थात् जहां राहु बैठे हैं,और उन पर शनि की दृष्टि पड़ रही है। अथवा शनि जहां बैठे हैं,उन पर राहु की दृष्टि पड़ रही है। तो उस भाव को वह पूरी तरह से विच्छेद कराएंगे। उस भाव के प्रभाव से विशेषकर भाव से संबंधित यदि रिश्ता जुड़ा हुआ है। तो उससे तो और ज्यादा वह दूर करा देंगे। उस रिश्ते को क्षति पहुंचा देंगे। अगर किसी भी कुंडली में ऐसी स्थिति है तो पहले तो इसकी शांति कराइ जानी चाहिए। अगर जब तक जातक शांति नहीं करा सकता। तो उसका सबसे सरल तर्क है, जब भी कुंडली में राहु जन्य कोई भी पीड़ा, शनि जन्य कोई भी पीड़ा हों,तो आपके पास सबसे सरल उपाय है। भगवान शिव की आराधना। भोलेनाथ की निरंतर आराधना से शनि और राहु जन्य पीड़ा से मुक्ति मिल जाती है।

 
 
 

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