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जन्म कुंडली में शत्रु राशि में केवल एक मंगल ऐसा ग्रह है।

  • Pawan Dubey
  • Sep 11, 2023
  • 1 min read

जन्म कुंडली में शत्रु राशि में केवल एक मंगल ऐसा ग्रह है। जो बलवान होने पर शुभ फल प्रदायक होता है। लेकिन बाकी के ग्रह जब शत्रु राशि में होते हैं। तो वह चाहे कितने भी बली क्यों ना हो, अपना श्रेष्ठ फल प्रदान नहीं कर पाते हैं। पत्र जन्म कुंडली अध्ययन करते समय इस बात का विशेष रूप से ख्याल रखना चाहिए, कि कुंडली का मुख्य ग्रह कहीं शत्रु राशि में तो नहीं बैठा है। और ऐसी अवस्था में कहीं अंश बल से वह बली भी है। तब भी वह कुछ नहीं कर पाएगा। और जब जन्म कुंडली का मुख्य ग्रह शत्रु राशि में पढ़कर के कमजोर हो जाए, तो फिर जन्म कुंडली में बाकी का बल होने के बावजूद, उस जातक को उसके जीवन काल में जो श्रेष्ठ सफलता उसको मिलनी चाहिए। वह उसको प्राप्त नहीं होती।

 
 
 

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