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जन्म कुंडली में बारहवें भाव से विदेश का विचार होता है। तो वहीं सदा के लिए

  • Pawan Dubey
  • Apr 16, 2023
  • 1 min read

जन्म कुंडली में बारहवें भाव से विदेश का विचार होता है। तो वहीं सदा के लिए विदेश में जाकर बस जाना इसका विचार अष्टम भाव से होता है। जन्म कुंडली के नवम अर्थात् भाग्य भाव से भी विदेश को देखा जाता है। अगर आप विदेश से जुड़े हुए हैं। यह आप चाहते हैं,कि आपका सदा के लिए विदेश में ही जाकर निवास हो जाए,बल्कि वहीं पर आपका घर बन जाए। तो देखिए चतुर्थ भाव का स्वामी अष्टम भाव में जाकर बैठा हो, साथ ही साथ बारहवें भाव का स्वामी और भाग्य भाव का स्वामी बलवान अवस्था में हो,तो ऐसी स्थिति में आप बेहद आसानी से विदेश में अपना घर बना सकते हैं।

 
 
 

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