जन्म कुंडली में द्वितीय भाव से खाने का विचार होता हैं
- Pawan Dubey
- Apr 16, 2023
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जन्म कुंडली में द्वितीय भाव से खाने का विचार होता हैं। यदि द्वितीय भाव का स्वामी स्थिर राशि में जाकर बैठा हो,तो ऐसे जातक देर तक भोजन करने वाले होते हैं। और वही द्वितीय भाव का स्वामी यदि चर राशि में बैठा हो,तो ऐसे जातक जल्दी-जल्दी भोजन करने वाले होते हैं। अर्थात् अपना भोजन शीघ्र ही समाप्त कर देते हैं। देव गुरु बृहस्पति यदि लग्न में बैठे हो,तो ऐसा जातक ढेर सारा भोजन करता है।

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