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जन्म कुंडली में दशम भाव का स्वामी अर्थात् कर्म भाव का स्वामी,

  • Pawan Dubey
  • Aug 12, 2023
  • 1 min read

जन्म कुंडली में दशम भाव का स्वामी अर्थात् कर्म भाव का स्वामी,बलवान अवस्था में हो, और बलवान होकर के द्वितीय भाव अर्थात् आपके जन्म कुंडली के धन भाव में या लाभ भाव में, जा कर के बैठा हो। तो जातक को व्यापार से विशेष फल प्राप्त होता है। अर्थात् ऐसा जातक व्यापार यदि करें। तो व्यापार से उसे विशेष धन की प्राप्ति होती है।

 
 
 

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