जन्म कुंडली में जहां भी लग्नेश बैठे हो, लग्नेश से 2,10वे और 11वें
- Pawan Dubey
- Mar 27, 2023
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जन्म कुंडली में जहां भी लग्नेश बैठे हो, लग्नेश से 2,10वे और 11वें भाव में या तो शुभ ग्रह हो, अब इस योग में इस बात का ख्याल रखिए। सूर्य और मंगल की भी गणना शुभ ग्रह के रूप में ही करनी है। अर्थात् जहां भी लग्न के स्वामी बैठे हैं। उससे 2,10वे और 11वे भाव में शुभ ग्रह अर्थात् देव गुरु बृहस्पति,शुक्र,बुध,चंद्रमा,मंगल और सूर्य यानी कोई भी ग्रह हो। एक-एक ग्रह 2,10 वे में और 11वे में हो,तो यह हरिहर ब्रह्म योग है। यह बहुत ही श्रेष्ठ योग है। ऐसा जातक विशेष धार्मिक, धनवान,न्यायप्रिय और समाज में प्रतिष्ठित होता है।

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