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जन्म कुंडली में छठे भाव का स्वामी नीच राशि में हो और दशम भाव का स्वामी

  • Pawan Dubey
  • Jan 25, 2023
  • 1 min read

जन्म कुंडली में छठे भाव का स्वामी नीच राशि में हो,और दशम भाव का स्वामी उच्च राशि में हो।इस तरह की स्थिति होने पर यह अद्भुत जय योग है। इस योग में जन्मा जातक विलक्षण प्रतिभा का धनी,सर्वत्र विजय प्राप्त करने वाला,अत्यंत भाग्यशाली और दीर्घ जीवी होता है। सीधी सी बात है। दशम भाव अत्यंत बली हो यानी दशम भाव का स्वामी उच्च राशि में हो,और छठे भाव का स्वामी नीच राशि में हो,छठे भाव के स्वामी नीच राशि में होने पर वैसे छठा भाव ज्योतिष शास्त्र की दृष्टि से देखा जाए,तो रोग, ऋण, रिपु का भाव है। इसकी स्वामी थोड़े कमजोर हो,और दशम पति अत्यंत बली हो,यहां से भी एक त्रिकोण बनता है। तो जातक नि:संदेह सफलतम जीवन जीता है।

 
 
 

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