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जन्म कुंडली में अष्टम भाव सुप्त हो

  • Pawan Dubey
  • Jan 25, 2023
  • 1 min read

जन्म कुंडली में अष्टम भाव सुप्त हो,अर्थात् अष्टम भाव में कोई ग्रह न हो और अष्टम भाव पर किसी की ग्रह की दृष्टि ना हो,तब तो यह अच्छी बात है,लेकिन यदि अष्टम भाव पर पाप ग्रह की दृष्टि हो, अष्टम भाव पाप कर्तरी योग में हो,अष्टमेष नीच का हो,शत्रु राशिस्थ हो, बल हीन हो,तो समझ लीजिए,कि जातक के जीवन काल में परेशानियों का अंत कभी होगा ही नहीं,संघर्ष लगातार बना रहेगा। एक समस्या गई नहीं की दूसरी समस्या उसके दरवाजे पर आकर खड़ी हो जाएगी अर्थात् ऐसे जातक का जीवन पूर्णत: संघर्षमय हो जाएगा। कारण जन्म कुंडली का अष्टम भाव आपके आयु का भाव है। यह भाव जब भी पीड़ित अथवा पापा क्रांत होगा। तो जातक को जीवन काल में मुश्किलों का सामना निरंतर करना पड़ेगा।

 
 
 

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