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जन्म कुंडली के बारहवें भाव में गुरु और बुध की युति अथवा बुध और चंद्रमा

  • Pawan Dubey
  • May 2, 2023
  • 1 min read

जन्म कुंडली के बारहवें भाव में गुरु और बुध की युति अथवा बुध और चंद्रमा की युति हो, तो ऐसा जातक प्रख्यात,बेहद परोपकारी, सामाजिक कार्य करने वाला समाज में इसका बेहद नाम मान- सम्मान होता है।क्योंकि यह सबका हित चाहने वाला होता है। परंतु ऐसे जातकों को प्रायः निर्धन ही देखा गया है। ऐसे जातकों के पास धन नहीं टिकता। जो भी धन आता है। प्राय: परोपकार में खर्च चले जाते हैं। अतः धन को लेकर स्वयं ही अपने जीवन में, अपने परिवार को, इनके परिवार को लेकर धन को जूझते रहना पड़ता है।

 
 
 

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