जन्म कुंडली के नवम भाव में
- Pawan Dubey
- Jan 24, 2023
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जन्म कुंडली के नवम भाव में पाप ग्रह का होना श्रेष्ठ है,विशेषकर यदि नवम भाव में राहु बैठे हो,तो ऐसे जातक का भाग्य निरंतर उसका साथ देता है। उसका भाग्योदय धीरे-धीरे होता है। 42 वर्ष तक ऐसे जातक के जीवन में विशेष संघर्ष की स्थिति बनी रहती है,लेकिन 42 वर्ष के बाद ऐसा जातक निरंतर उत्तरोत्तर वृद्धि करता है। यदि आप की जन्म कुंडली के नवम भाव में राहु बैठा हो,तो एक काम जरूर करिए दुर्गा जी की आराधना करें। दुर्गा सप्तशती का पाठ नित्य किया करें।

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