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जन्म कुंडली के चतुर्थ भाव से जनता का विचार होता है।

  • Pawan Dubey
  • Mar 22, 2023
  • 1 min read

जन्म कुंडली के चतुर्थ भाव से जनता का विचार होता है।और चतुर्थ भाव हृदय का भी है। पुरुष की कुंडली में यदि चतुर्थ भाव का स्वामी शुक्र से युत हो जाए।तो ऐसा जातक सदैव पर स्त्रीगमन का अभिलाषी होगा। या पर स्त्रीगामी होगा। यदि शुक्र ही चतुर्थ भाव के स्वामी हो। और यदि शुक्र पाप ग्रह से दृष्ट या युत हो जाएं। तब भी ऐसी ही स्थिति उत्पन्न होगी ऐसा जातक पर स्त्रीगामी या पर स्त्रीगमन का सदैव अभिलाषी बना रहेगा।

 
 
 

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