जन्म कुंडली का सप्तम भाव में यदि सुप्त हो जाए। अर्थात्
- Pawan Dubey
- May 2, 2023
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जन्म कुंडली का सप्तम भाव में यदि सुप्त हो जाए। अर्थात् सप्तम भाव में कोई ग्रह न हो,सप्तम भाव पर किसी ग्रह की दृष्टि ना पढ़ रही हो। तो ऐसी अवस्था में अपनी शुक्र को बलवान करिए। शुक्र को बलवान करने के लिए गौ सेवा। स्त्री का सम्मान,सफेद वस्त्र धारण करना। नवम भाव सकते हो जाए।तो भाग्य का साथ नहीं मिलता। तो देव गुरु बृहस्पति को बलवान करिए। गुरु को बलवान करने के लिए केसर का तिलक, बृहस्पतिवार के दिन सोने का छल्ला तर्जनी उंगली में धारण करिए। बृहस्पतिवार का व्रत करिए। लाभ भाव भी अगर आपका सुप्त हैं। तो लाभ की स्थिति को ठीक करने के लिए, गुरु को बलवान कर लीजिए। देव गुरु बृहस्पति बली हो जाएंगे तो लाभ की स्थिति ठीक हो जाएगी।

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