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क्या अकारक ग्रहों के रत्न भी धारण किए जा सकते हैं। सिर्फ पसंद और रुचि के लिए,ज्योतिष के लिए नहीं।

  • Pawan Dubey
  • Jan 2, 2024
  • 1 min read

क्या अकारक ग्रहों के रत्न भी धारण किए जा सकते हैं। सिर्फ पसंद और रुचि के लिए,ज्योतिष के लिए नहीं। बिल्कुल किये जा सकते हैं। मान लीजिए, कि किसी की कुंडली में शुक्र अकारक ग्रह है। लेकिन उसे जातक की इच्छा है, हीरा धारण करने की, बिल्कुल अपने सुख,ऐश्वर्य के लिए, दिखावे के लिए, वह हीरा धारण कर सकता है। परंतु वह नियम के साथ अर्थात् पूजा करके, शोधन करके रत्न को धारण ना करें।

अब एक प्रश्न खड़ा होता है,कि हम ऐसे ही किसी ग्रह के रत्न को धारण करते हैं। तो क्या उसका कोई भी प्रभाव शरीर पर नहीं पड़ेगा। जवाब है, ऐसा नहीं है। बिल्कुल प्रभाव पड़ेगा। लेकिन जब हम शोधन करके प्राण-प्रतिष्ठा इत्यादि करके,किसी रत्न को धारण करते हैं। तो जहां वह शत-प्रतिशत लाभ देता है। उसके अनुपात में यदि अगर देखा जाए। बिना शोधित किए बिना प्राण-प्रतिष्ठा किए ,जब हम रत्न को धारण करते हैं। तो उसका जो प्रभाव है वह लगभग 5% या 10% तक ही रह जाता है।

 
 
 

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