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कोई भी पूजा- पाठ,जप-तप उसकी सफलता में आसन माला इन सब का योगदान होता है।

  • Pawan Dubey
  • Feb 24, 2023
  • 1 min read

कोई भी पूजा- पाठ,जप-तप उसकी सफलता में आसन माला इन सब का योगदान होता है। यदि सही आसन चुनाव ना हो,तो जो साधक है,उसका मन साधना में ना लगे, साधना का समुचित फल भी प्राप्त ना हो। अतः सदैव यदि सात्विक साधना करनी है। तो आपको लाल रंग के आसन और आसन में भी विशेष रुप से कंबल का आसन प्रयोग में लेना चाहिए। कुशा का जो आसन होता है,यह भी बहुत श्रेष्ठ हैं। और शीघ्र ही मंत्र सिद्धि कराने वाला होता है। परंतु धरती पर बैठकर और कपड़े के आसन पर बैठकर तो बिल्कुल ही मंत्र जप नहीं करना चाहिए। इससे पूजा-पाठ, जप-तप की हानि हो जाती हैं। उसका फल प्राप्त नहीं होता है।

 
 
 

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