आज के इस परिवेश में प्राय: लोग मोटिवेशनल स्पीकर बनना चाहते हैं।
- Pawan Dubey
- Sep 25, 2023
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आज के इस परिवेश में प्राय: लोग मोटिवेशनल स्पीकर बनना चाहते हैं। या वाणी से संबंधित कार्य करने में या उसमें अपना भविष्य देख रहे हैं। इसके लिए जन्म कुंडली के द्वितीय और पंचम भाव इन दोनों भावों का विशेष रूप से गहन अध्ययन होना चाहिए। यह भाव बली हो, इन भावों से अर्थात् द्वितीय और पंचम से वाणी का, भाषण कला का विचार होता है। द्वितीय अथवा पंचम भाव का स्वामी बली हो अथवा द्वितीय भाव का स्वामी पंचम भाव में जाकर बैठा हो, तो ऐसा जातक वक्ता होता है। इन भावों के स्वामी के साथ-साथ बुध, गुरु और सूर्य का बलवान होना भी अत्यंत आवश्यक है। अगर यह तीनों ग्रहों बली हैं। तो नि:संदेह ऐसा जातक उच्च कोटि का मोटिवेशनल स्पीकर होगा। वह किसी को भी प्रभावित कर सकता है।

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